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"एक मुकुट की तरह/ केदारनाथ सिंह" के अवतरणों में अंतर
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13:58, 25 सितम्बर 2009 के समय का अवतरण
पृथ्वी के ललाट पर
एक मुकुट की तरह
उड़े जा रहे थे पक्षी
मैंने दूर से देखा
और मैं वहीं से चिल्लाया
बधाई हो
पृथ्वी, बधाई हो !