भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"प्रेम-6 / अर्चना भैंसारे" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अर्चना भैंसारे |संग्रह= }} <Poem> बादल भर प्रेम बरसा ...) |
|||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
|संग्रह= | |संग्रह= | ||
}} | }} | ||
+ | {{KKCatKavita}} | ||
<Poem> | <Poem> | ||
बादल भर प्रेम | बादल भर प्रेम |
23:18, 5 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
बादल भर प्रेम
बरसा गए तुम
भींगती रही
बूंद-बूंद मैं...