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"सलाह / इब्बार रब्बी" के अवतरणों में अंतर

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खरगोश ने  
 
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शेर हिरन को खा गया  
 
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00:25, 12 मई 2009 के समय का अवतरण

शेर को सलाह दी
खरगोश ने
शेर हिरन को खा गया
भेडियों को भगा दिया
खा गया नील गाय को

शेर को सलाह दी खरगोश ने
वह हाथी को मार आया
सुनसान हो गया सारा जंगल
कुछ नहीं बचा खाने को
भाँय-भाँय कर रहा था
शेर के पेट का कुआँ
उसने पुकारा खरगोश को
वह अपने सदाबहार बिल से
बाहर आया
शेर उसे चट कर गया ।