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"नई सुबह / इला कुमार" के अवतरणों में अंतर

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वृक्षों की नर्म पत्तियों के किनारे से
 
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शरमा कर मुस्कराकर झांकती है एक किरण
 
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नए सूरज की चमकीली लहर
 
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निराशा के क्षणों को धीमें से पोंछकर  
 
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मिटा देती है  
 
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नए विश्वास से भरे सूरज  
 
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आओ
 
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मेरी पलकों पर चमकती बूंदों को समेट
 
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मुझे सपनीली किरणों से भर दो
 
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19:44, 9 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

वृक्षों की नर्म पत्तियों के किनारे से
शरमा कर मुस्कराकर झांकती है एक किरण

नए सूरज की चमकीली लहर
निराशा के क्षणों को धीमें से पोंछकर
मिटा देती है
नए विश्वास से भरे सूरज
आओ
मेरी पलकों पर चमकती बूंदों को समेट
मुझे सपनीली किरणों से भर दो