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पर्वतों की गोद में बसे जम्मू नगर में जन्मी शशि पाधा बाल्यकाल से ही साहित्य सृजन में संलग्न रहीं।
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'''नाम :''' शशि पाधा  
उन्होंने जम्मू - कश्मीर विश्वविद्यालय से एम.हिन्दी ,एम.संस्कृत तथा बी . एड की शिक्षा ग्रहण की।
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'''जन्म :''' 25, अक्टूबर,
१९६७ में वे सितार वादन प्रतियोगिता में राज्य के प्रथम पुरस्कार से सम्मानित हुईं तथा १९६८ में जम्मू विश्वविद्यालय से "ऑल राउंड बेस्ट वीमेन ग्रेजुयेट " के पुरस्कार से। आकाशवाणी जम्मू के नाटक, परिचर्चा, वाद विवाद , काव्य पाठ आदि विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हुए शशि पाधा ने लगभग १६ वर्ष तक भारत में हिन्दी तथा संस्कृत भाषा में अध्यापन का कार्य किया। सैनिक की पत्नी होने के नाते सैनिकों के शौर्य एवं बलिदान से अभिभूत हो अनेक रचनाएँ लिखीं। इनके लेख, कहानियाँ एवं काव्य रचनाएँ " पंजाब केसरी " एवं देश विदेश की विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में छपती रहीं। साथ ही अनूप जलोटा तथा अन्य गायकों ने उन्हें स्वर बद्ध करके गाया भी।  
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'''जन्मस्थान :''' जम्मू  
 
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'''शिक्षा''' :एम ए संस्कृत , एम ए हिन्दी , बी एड ।
२००२ में वे यू.एस.ए. आईं और नार्थ केरोलिना के चैपल हिल विश्वविद्यालय में हिन्दी भाषा का अध्यापन किया। इनकी रचनाएँ यू.एस. से प्रकाशित "प्रवासिनी के बोल एवं कैनेडा से प्रकाशित त्रैमासिक पत्रिका हिन्दी चेतना में प्रकाशित हो चुकी हैं। वे भारत तथा यू.एस.ए. की विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं से जुड़ी हैं। अपने परिवार के साथ कनेक्टीकट में निवास करने वाली शशि के दो कविता संग्रह पहली किरण तथा मानस मंथन प्रकाशित हुए हैं ।
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'''रचना संसार:'''
 
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1. पाँच काव्य संग्रह : पहली किरन, मानस मंथन, अनंत की ओर, लौट आया मधुमास, मौन की आहटें
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2. शौर्य गाथा (संस्मरण-संग्रह )
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3. निर्भीक योद्धाओं की कहानियाँ (कहानी- संग्रह)
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'''पुरस्कार :'''  वर्ष 1968 में जम्मू कश्मीर विश्वविद्यालय से "सर्वश्रेष्ठ स्नातक’ के सम्मान एवं स्वर्ण पदक से पुरस्कृत,वर्ष 2015 में काव्य संग्रह ‘अनन्त की ओर’ के लिए केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित, 2015 में राष्ट्र भाषा प्रचार समिति जम्मू की ओर से हिन्दी भाषा और साहित्य के प्रति सतत योगदान के लिए सम्मानित।
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'''विशेष;''' मेरे गीत अनूप जलोटा तथा अन्य गायकों ने उन्हें स्वर बद्ध करके गाया भी। 2002 में वे यू.एस.ए. आईं और नार्थ केरोलिना के चैपल हिल विश्वविद्यालय में हिन्दी भाषा का अध्यापन किया। 2007  में विश्व हिन्दी सम्मेलन न्यूयार्क में भागीदारी।
 
ई मेल shashipadha@gmail.com
 
ई मेल shashipadha@gmail.com
 
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21:39, 15 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण

नाम : शशि पाधा
जन्म : 25, अक्टूबर,
जन्मस्थान : जम्मू
शिक्षा :एम ए संस्कृत , एम ए हिन्दी , बी एड ।
रचना संसार:
 1. पाँच काव्य संग्रह : पहली किरन, मानस मंथन, अनंत की ओर, लौट आया मधुमास, मौन की आहटें
 2. शौर्य गाथा (संस्मरण-संग्रह )
 3. निर्भीक योद्धाओं की कहानियाँ (कहानी- संग्रह)
पुरस्कार : वर्ष 1968 में जम्मू कश्मीर विश्वविद्यालय से "सर्वश्रेष्ठ स्नातक’ के सम्मान एवं स्वर्ण पदक से पुरस्कृत,वर्ष 2015 में काव्य संग्रह ‘अनन्त की ओर’ के लिए केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित, 2015 में राष्ट्र भाषा प्रचार समिति जम्मू की ओर से हिन्दी भाषा और साहित्य के प्रति सतत योगदान के लिए सम्मानित।
विशेष; मेरे गीत अनूप जलोटा तथा अन्य गायकों ने उन्हें स्वर बद्ध करके गाया भी। 2002 में वे यू.एस.ए. आईं और नार्थ केरोलिना के चैपल हिल विश्वविद्यालय में हिन्दी भाषा का अध्यापन किया। 2007 में विश्व हिन्दी सम्मेलन न्यूयार्क में भागीदारी।
ई मेल shashipadha@gmail.com