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"गज़ब है / वर्तिका नन्दा" के अवतरणों में अंतर
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बात में दहशत
बेबात में भी दहशत
कुछ भी हो शहर में, तो भी
कुछ न हो तो भी
चैन न दिन में
न रैन में।
मौसम गुनगुनाए तो भी
बरसाए तो भी
शहनाई हो तो भी
न हो तो भी
हँसी आए मस्त तो भी
बेहँसी में भी
गज़ब ही है भाई
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