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"गज़ब है / वर्तिका नन्दा" के अवतरणों में अंतर

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23:54, 9 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

बात में दहशत
बेबात में भी दहशत
कुछ भी हो शहर में, तो भी
कुछ न हो तो भी
चैन न दिन में
न रैन में।

मौसम गुनगुनाए तो भी
बरसाए तो भी
शहनाई हो तो भी
न हो तो भी
हँसी आए मस्त तो भी
बेहँसी में भी

गज़ब ही है भाई
न्यूज़रूम