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बच्चा नन्हें हाथों से छूता है
 
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सम्भावनाओं को  
 
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चारों ओर उम्मीद  
 
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फैल जाती है  
 
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बच्चा नन्हंे होठों से पहली बार  
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बच्चा नन्हें होठों से पहली बार  
 
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कहता है
 
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एक शब्द ‘माँ’
 
एक शब्द ‘माँ’
  
 
चारों ओर  
 
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माधुर्य बिखर जाता है  
 
माधुर्य बिखर जाता है  
  
 
बच्चा संकोच से दबे स्वर में
 
बच्चा संकोच से दबे स्वर में
 
 
कह देता है
 
कह देता है
 
 
पिता तुम कितने अच्छे हो
 
पिता तुम कितने अच्छे हो
 
 
पिता को उत्साह छू लेता है  
 
पिता को उत्साह छू लेता है  
  
 
बच्चा अज्ञात और हमारे बीच  
 
बच्चा अज्ञात और हमारे बीच  
 
 
बन जाता है एक पुल
 
बन जाता है एक पुल
 
 
हम अमर होने लगते हैं
 
हम अमर होने लगते हैं
 
 
  
 
एक बच्चे के आगमन से अच्छा
 
एक बच्चे के आगमन से अच्छा
 
 
कोई नया समाचार
 
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आज तक नहीं सुना गया
 
आज तक नहीं सुना गया
 
 
इस पृथ्वी पर।
 
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01:12, 7 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण

बच्चा नन्हें हाथों से छूता है
सम्भावनाओं को
चारों ओर उम्मीद
फैल जाती है

बच्चा नन्हें होठों से पहली बार
कहता है
एक शब्द ‘माँ’

चारों ओर
माधुर्य बिखर जाता है

बच्चा संकोच से दबे स्वर में
कह देता है
पिता तुम कितने अच्छे हो
पिता को उत्साह छू लेता है

बच्चा अज्ञात और हमारे बीच
बन जाता है एक पुल
हम अमर होने लगते हैं

एक बच्चे के आगमन से अच्छा
कोई नया समाचार
आज तक नहीं सुना गया
इस पृथ्वी पर।