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"पर सहलाते / चंद्र रेखा ढडवाल" के अवतरणों में अंतर
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07:02, 17 जुलाई 2010 के समय का अवतरण
तितली के
पर सहलाते
उसकी उँगलियों के
पोरों पर
रंग आ जाते हैं / सहलाता है वह
उन्मत्त-सा फिर-फिर
और उसकी हथेली पर
रह जाता है
बुच्चा-सा इक जीव