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"नीम का पौधा / गीत चतुर्वेदी" के अवतरणों में अंतर
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और झुक कर देखो | और झुक कर देखो | ||
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तो नीम का पेड़ लगेगा | तो नीम का पेड़ लगेगा | ||
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और झुको, थोड़ा और | और झुको, थोड़ा और | ||
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मिट्टी की देह बन जाओ | मिट्टी की देह बन जाओ | ||
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इसकी हरी पत्तियों में वह कड़ुआहट है जो | इसकी हरी पत्तियों में वह कड़ुआहट है जो | ||
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ज़ुबान को मीठे का महत्त्व समझाती है | ज़ुबान को मीठे का महत्त्व समझाती है | ||
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जिन लोगों को ऊँचाई से डर लगता है | जिन लोगों को ऊँचाई से डर लगता है | ||
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वे आएँ और इसकी लघुता से साहस पाएँ | वे आएँ और इसकी लघुता से साहस पाएँ | ||
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21:20, 28 जुलाई 2012 के समय का अवतरण
यह नीम का पौधा है
जिसे झुक कर
और झुक कर देखो
तो नीम का पेड़ लगेगा
और झुको, थोड़ा और
मिट्टी की देह बन जाओ
तुम इसकी छाँह महसूस कर सकोगे
इसे एक छोटी बच्ची ने पानी दे-देकर सींचा है
इसकी हरी पत्तियों में वह कड़ुआहट है जो
ज़ुबान को मीठे का महत्त्व समझाती है
जिन लोगों को ऊँचाई से डर लगता है
वे आएँ और इसकी लघुता से साहस पाएँ