भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"गाहि सरोवर सौरभ लै / बिहारी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
छो (गाहि सरोवर सौरभ लै का नाम बदलकर गाहि सरोवर सौरभ लै / बिहारी कर दिया गया है)
 
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
 
|संग्रह=
 
|संग्रह=
 
}}
 
}}
 +
{{KKCatKavita}}
 +
[[Category: सवैया]]
 +
<poem>
 
गाहि सरोवर सौरभ लै, ततकाल खिले जलजातन मैं कै।
 
गाहि सरोवर सौरभ लै, ततकाल खिले जलजातन मैं कै।
 
 
नीठि चलै जल वास अचै, लपटाइ लता तरु  मारग मैं कै।
 
नीठि चलै जल वास अचै, लपटाइ लता तरु  मारग मैं कै।
 
 
पोंछत सीतन तैं श्रम स्वेदंन, खेद हटैं सब राति रमै कै।
 
पोंछत सीतन तैं श्रम स्वेदंन, खेद हटैं सब राति रमै कै।
 
 
आवत जाति झरोखनि कैं मग, सीतल बात प्रभात समै कै।।
 
आवत जाति झरोखनि कैं मग, सीतल बात प्रभात समै कै।।
 +
</poem>

19:56, 27 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण

गाहि सरोवर सौरभ लै, ततकाल खिले जलजातन मैं कै।
नीठि चलै जल वास अचै, लपटाइ लता तरु मारग मैं कै।
पोंछत सीतन तैं श्रम स्वेदंन, खेद हटैं सब राति रमै कै।
आवत जाति झरोखनि कैं मग, सीतल बात प्रभात समै कै।।