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"तीन (घोड़ेः रथ के) / सुदर्शन वशिष्ठ" के अवतरणों में अंतर

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<poem>घोड़े दौड़ रहे हैं सरपट रथ में जुने
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दिशा बदलते पैंतरे बदलते करतब दिखाते
 
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वहाँ कर्ण की मौत होती है
 
वहाँ कर्ण की मौत होती है
 
सारथि का कौशल
 
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17:05, 1 जनवरी 2010 के समय का अवतरण

घोड़े दौड़ रहे हैं सरपट रथ में जुने
सारथि की हुँकार पर दौड़ते
दिशा बदलते पैंतरे बदलते करतब दिखाते
घोड़े रथ हैं
दूसरो की दिघ्रभ्रमित करने वाली चाल का नाम घोड़े
हैं।

जहाँ घोडे अपनी चल से चकरा
धंसा देते हैं रथ का पहिया
वहाँ कर्ण की मौत होती है
सारथि का कौशल
जय-पराजय, यश-अपयश, जीवन-मृत्यु
घोड़े हैं।