भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"वार्ता:पंजाबी लोकगीत" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
(इसी सदस्य द्वारा किये गये बीच के 7 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
'''[[पंजाबी लोकगीत]]
 
'''[[पंजाबी लोकगीत]]
 
+
*[[तू सच सच आख वे जोगी,
[[तू सच सच आख वे जोगी,
+
  
 
सजन मिलसी के न मिलसी.,  
 
सजन मिलसी के न मिलसी.,  
पंक्ति 7: पंक्ति 6:
 
मिलन होसी के न होसी,  
 
मिलन होसी के न होसी,  
  
न करिये माण वतानां दा
 
  
असीं हाँ लाल परदेसी
 
  
तू सच सच आख वे जोगी
+
न करिये माण वतनां दा,
  
सजन मिलसी के न मिलसी
+
असीं हाँ लाल परदेसी,
 +
 
 +
तू सच सच आख वे जोगी,
 +
 
 +
सजन मिलसी के न मिलसी,
  
 
मिलन होसी के न होसी,  
 
मिलन होसी के न होसी,  
  
अधी राती दुपट्टा रंगया
 
  
न माही आया न किली टंगया
+
अधी राती दुपट्टा रंगया,
  
तू सच सच आख वे जोगी
+
न माही आया न किली टंगया,
  
सजन मिलसी के न मिलसी
+
तू सच सच आख वे जोगी,
 +
 
 +
सजन मिलसी के न मिलसी,
  
 
मिलन होसी के न होसी,  
 
मिलन होसी के न होसी,  
  
अधी राती पकन केले
 
  
विच्छ्डयाँ नूं रब आप सेले
+
अधी राती पकन केले,
  
तू सच सच आख वे जोगी
+
विच्छ्डयाँ नूं रब आप सेले,
  
सजन मिलसी के न मिलसी
+
तू सच सच आख वे जोगी,
 +
 
 +
सजन मिलसी के न मिलसी,
  
 
मिलन होसी के न होसी,  
 
मिलन होसी के न होसी,  
पंक्ति 48: पंक्ति 51:
  
 
मिलन होसी के न होसी,  
 
मिलन होसी के न होसी,  
 +
  
 
अधी राती चमकण तारे  
 
अधी राती चमकण तारे  
पंक्ति 61: पंक्ति 65:
 
सजन मिलसी के न मिलसी
 
सजन मिलसी के न मिलसी
  
मिलन होसी के न होसी,]]'''
+
मिलन होसी के न होसी,

12:14, 14 मार्च 2010 के समय का अवतरण

पंजाबी लोकगीत

  • [[तू सच सच आख वे जोगी,

सजन मिलसी के न मिलसी.,

मिलन होसी के न होसी,


न करिये माण वतनां दा,

असीं हाँ लाल परदेसी,

तू सच सच आख वे जोगी,

सजन मिलसी के न मिलसी,

मिलन होसी के न होसी,


अधी राती दुपट्टा रंगया,

न माही आया न किली टंगया,

तू सच सच आख वे जोगी,

सजन मिलसी के न मिलसी,

मिलन होसी के न होसी,


अधी राती पकन केले,

विच्छ्डयाँ नूं रब आप सेले,

तू सच सच आख वे जोगी,

सजन मिलसी के न मिलसी,

मिलन होसी के न होसी,


अधी राती पकन आडू

वगण नदियाँ तरण तारु

तू सच सच आख वे जोगी

सजन मिलसी के न मिलसी

मिलन होसी के न होसी,


अधी राती चमकण तारे

जुदाई वाले तीर सानुं किस मारे

न तुसां मारे न असां मारे

मारण वाला प्रभु आप जाणे

तू सच सच आख वे जोगी

सजन मिलसी के न मिलसी

मिलन होसी के न होसी,