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नये युग के स्पार्ट्कस / मुकेश मानस
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04:38, 18 जुलाई 2010
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कभी हुआ था एक मनु
जिसने बड़े जतन से
लो
हम फिर से जी उठे हैं
अब हम हैं सर्वव्यापी
हवा में, पानी में
Mukeshmanas
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