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"घर-बाहर / चंद्र रेखा ढडवाल" के अवतरणों में अंतर

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झाड़ते-पोंछते
 
झाड़ते-पोंछते
 
बर्तन-भांडा करते
 
बर्तन-भांडा करते
उधड़ा हुआ सिल्स्ते
+
उधड़ा हुआ सिलते
राँधते-पकाते घर में
+
राँधते-पकाते  
 
माँ होती हूँ
 
माँ होती हूँ
 
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20:55, 16 जुलाई 2010 के समय का अवतरण


स्कूल
अस्पताल
दफ़्तर
काम करते हुए कहीं भी
या चलते हुए सड़क पर
मैं औरत होती हूँ


झाड़ते-पोंछते
बर्तन-भांडा करते
उधड़ा हुआ सिलते
राँधते-पकाते
माँ होती हूँ