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"तू शब्दों का दास रे जोगी / राहत इन्दौरी" के अवतरणों में अंतर

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तू शब्दों का दास रे जोगी
 
तू शब्दों का दास रे जोगी
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लाख धरे सन्यास रे जोगी
 
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13:41, 13 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण

तू शब्दों का दास रे जोगी
तेरा कहाँ विश्वास रे जोगी

इक दिन विष का प्याला पी जा
फिर न लगेगी प्यास रे जोगी

ये सांसों का का बन्दी जीवन
किसको आया रास रे जोगी

विधवा हो गई सारी नगरी
कौन चला वनवास रे जोगी

पुर आई थी मन की नदिया
बह गए सब एहसास रे जोगी

इक पल के सुख की क्या क़ीमत
दुख हैं बारह मास रे जोगी

बस्ती पीछा कब छोड़ेगी
लाख धरे सन्यास रे जोगी