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"ओ मेरे पिता (समर्पण) / एकांत श्रीवास्तव" के अवतरणों में अंतर

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मायावी सरोवर की तरह<br />
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रह गये हम<br />
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झिलमिल तारे<br />
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मायावी सरोवर की तरह
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अदृश्‍य हो गए पिता
ओ मेरे जंगल पिता<br />
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ताकि हरी हो घर की एक-एक डाल.<br />
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--[[सदस्य:Pradeep Jilwane|Pradeep Jilwane]] 09:48, 24 अप्रैल 2010 (UTC)
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ओ मेरे आकाश पिता
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तुम्‍हारी नीलिमा में टँके
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झिलमिल तारे
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ओ मेरे जंगल पिता
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सूख गए हम
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तुम्‍हारी हरियाली में बहते
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ओ मेरे काल पिता
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हम झेलेंगे दुःख
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पोंछेंगे आँसू
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और तुम्‍हारे रास्‍ते पर चलकर
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बनेंगे सरोवर, आकाश, जंगल और काल
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ताकि हरी हो घर की एक-एक डाल।
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00:55, 19 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

मायावी सरोवर की तरह
अदृश्‍य हो गए पिता
रह गए हम
पानी की खोज में भटकते पक्षी

ओ मेरे आकाश पिता
टूट गए हम
तुम्‍हारी नीलिमा में टँके
झिलमिल तारे

ओ मेरे जंगल पिता
सूख गए हम
तुम्‍हारी हरियाली में बहते
कलकल झरने

ओ मेरे काल पिता
बीत गए तुम
रह गए हम
तुम्‍हारे कैलेण्‍डर की
उदास तारीखें

हम झेलेंगे दुःख
पोंछेंगे आँसू
और तुम्‍हारे रास्‍ते पर चलकर
बनेंगे सरोवर, आकाश, जंगल और काल
ताकि हरी हो घर की एक-एक डाल।