भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"साँचा:KKEkMoti" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(Pratishtha (वार्ता) के अवतरण 81044 को पूर्ववत किया)
 
(3 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 9 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
<div class='box_lk' style="background-color:#3366CC;width:100%; align:center"><div class='boxtop_lk'><div></div></div>
+
<div class="secH1Head"></div>
<div class='boxheader_lk' style='background-color:#3366CC; color:#ffffff'></div>
+
<div class="secH1Text"><center>
<div id="kkHomePageSearchBoxDiv" class='boxcontent_lk' style='background-color:#c2d1f0;border:1px solid #3366CC;'>
+
 
<!----BOX CONTENT STARTS------>
+
 
<table align=center width=100% style="background-color:#c2d1f0; height:150">
 
<table align=center width=100% style="background-color:#c2d1f0; height:150">
<tr><td>[[चित्र:Butterfly-orange-48x48.png|middle]]&nbsp;&nbsp;<font size=4>एक काव्य मोती : निर्वाण षडकम</font></td></tr>
+
<tr><td>[[चित्र:Butterfly-orange-48x48.png|middle]]&nbsp;&nbsp;<font style="font-size:15px; font-weight:bold">एक काव्य मोती</font></td></tr>
 
<tr>
 
<tr>
<td align=center valign=top>
+
<td align=center valign=top><font style="font-size:15px"><b>
<font size=2><b>
+
ये ठीक है नहीं मरता कोई जुदाई में<br>
निर्विकल्प आकार विहीना, मुक्ति, बंध- बंधन सों हीना<br>
+
ख़ुदा किसी से किसी को मगर जुदा न करे
मैं तो परमब्रह्म अविनाशी, परे, परात्पर परम प्रकाशी<br>
+
व्यापक विभु मैं ब्रह्म अरूपा, मैं तो ब्रह्म रूप तदरूपा<br>
+
चिदानंदमय ब्रह्म सरूपा, मैं शिव-रूपा, मैं शिव-रूपा<br>
+
</b></font>
+
 
<br>
 
<br>
कविता कोश में [[मृदुल कीर्ति]]
+
</b></font>
 +
कविता कोश में [[क़तील शिफ़ाई]]
 
</td></tr></table>
 
</td></tr></table>
<!----BOX CONTENT ENDS------>
+
 
</div><div class='boxbottom_lk'><div></div></div></div>
+
</center></div>

23:49, 17 अगस्त 2011 के समय का अवतरण

Butterfly-orange-48x48.png  एक काव्य मोती

ये ठीक है नहीं मरता कोई जुदाई में
ख़ुदा किसी से किसी को मगर जुदा न करे
कविता कोश में क़तील शिफ़ाई