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"एक सवाल / ओम पुरोहित ‘कागद’" के अवतरणों में अंतर

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<poem>ख़ला मे बैठकर
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ख़ला मे बैठकर
 
समानीकरण
 
समानीकरण
 
हल करने से
 
हल करने से

13:04, 31 अगस्त 2010 के समय का अवतरण

ख़ला मे बैठकर
समानीकरण
हल करने से
सड़क भीख मांगने वाले
अल्लादित्ता का
एक रोटी का सवाल
भला कैसे हल होगा ?
खोज सको
अपनी अंतरिक्ष यात्रा में इसका हल
तो हांक मार देना
तल से चिपकी
सरकंडिया झौपड़ी में
एक रोटी पर
आंखे फैला
दस परिजनों का
गुणा-भाग करती को
निश्‍चित करने