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"ऊँघती है आग / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर

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13:45, 9 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

मैं
को
खा रहा है
मैं
अधमरा आदमी
गा रहा है;
भैरवी,
विहाग,
देसराग!
ऊँघती है आग

रचनाकाल: १०-११-१९६२