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भवसागर से नाव व हमारी, कृष्णा पर लगादो ||
काम क्रोध अरु लोभ मोह को, हम से दूर भगादो |
अनपायनी भक्ति निश्छलता, ह्रदय हृदय मांहि जगादो ||
अर्जी हमारी भैया श्याम सखे को सुनादो |
कृष्ण हमारे हम उनके हैं, कृष्ण से शीघ्र मिलादो ||
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