भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

आँखे / मंगलेश डबराल

20 bytes added, 14:03, 11 मई 2010
|रचनाकार=मंगलेश डबराल
|संग्रह=
}}{{KKCatKavita‎}}<poem>
आँखे संसार के सबसे सुंदर दृश्य हैं
इसीलिए उनमें दिखने वाले दृश्य और भी सुंदर हो उठते हैं
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,359
edits