भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मनोहर 'साग़र' पालमपुरी

143 bytes added, 01:26, 31 अगस्त 2009
* [[वो बस के मेरे दिल में भी नज़रों से दूर था / साग़र पालमपुरी]]
* [[समझ के रिन्द न महफ़िल में तू उछाल मुझे / साग़र पालमपुरी]]
* [[हमनशीं ही उठ गए तो हम कहाँ रह जाएँगे / साग़र पालमपुरी ]]
* [[ग़म—ए—अंजाम—ए—महब्बत से छुड़ाया जाये / साग़र पालमपुरी]]
* [[हम नशीं ही उठ गये तो हम कहाँ रह जायेंगे / साग़र पालमपुरी]]