भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
किसी की आँखों में आँसू बनकर छलक नही सकता !
'''मूल नेपाली भाषा से अनुवाद : स्वयं कवि द्वारा विर्ख खड़का डुवर्सेली <Poem>