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|रचनाकार=रवीन्द्र दास
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<poem>
उन दोनों ने
 
तय पाया है कि वे प्रेम 'करते' हैं।
 
तय किया कि शादी करेंगे
 
यानि
 
दो प्रेम करने वाले शादी करेंगे।
 
क्योंकि जरूरी है
 
जीवन भर के सम्बन्ध के लिए।
 
और सम्बन्ध
 
जरूरी है प्रेम के लिए।
 
प्रेम संबंधों का एक प्रकार है।
 
शादी से सम्बन्ध तय होता है।
 
हालाँकि दोनों इस बात पर भी सहमत हैं कि
 
प्रेम करना
 
और शादी करना - एकदम अलग-अलग घटनाएँ हैं
 
फिर , सवाल है कि
 
प्रेम करना शादी करने की तैयारी है ?
 
या शादी करना प्रेम करने की तैयारी है ?
 
शादी का एक निश्चित तरीका है
 
प्रयोजन और सार्थकता भी
 
किन्तु प्रेम का ?
 
असमंजस है , फिर भी वे तय हैं
 
शादी करेंगे
 
क्योंकि प्रेम करते हैं
 
लगता है ऐसा
 
कि शादी न करने में
प्रेम न करने का कोई गोपनीय छुपा है।
प्रेम न करने का कोई गोपनीय छुपा है। ( ०९-६-२००३ )</poem>