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आचमन मन्त्र
अमृतो ---------------------------------------------------श्रयातं अमृतोपस्तरणमसि स्वाहा .. १ .. ॐ अमृतापिधानमसि स्वाहा .. २ .. ॐ सत्यं यशः श्रीर्मय श्रीः श्रयतां स्वाहा.
तैत्तरीय
आरण्यक १०/३२/३५
अंग स्पर्श
वांग्म----------------------------------------------------वाङ् म आस्येऽस्तु . ॐ नसोर्मे प्रणोऽस्तु . ॐ अक्ष्णोर्मेचक्षुरस्तु . ॐ कर्णयोर्मे श्रोत्रमस्तु . ॐ बाह्वोर्मे बलमस्तु . ॐउर्वोर्मे ओजोऽस्तु . ॐ अरिष्टानि मेऽङ्गानि तनूस्तन्वा मे सह सन्तु.
पारस्कर
गृह्य १/३/२५