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"त्रासदी के गुरगो संभलो तुम / लाला जगदलपुरी" के अवतरणों में अंतर
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बगिया में नीरस फूल तथा | बगिया में नीरस फूल तथा | ||
− | कैक्टस हैं अलियो, संभलो तुम! | + | कैक्टस हैं अलियो, संभलो तुम ! |
− | उन्हें रिझाया कोलाहल | + | उन्हें रिझाया कोलाहल ने, |
− | स्नेह की अंजलियो, संभलो तुम! | + | स्नेह की अंजलियो, संभलो तुम ! |
बुझा न दे तुम्हें कहीं आँसू | बुझा न दे तुम्हें कहीं आँसू | ||
− | रोशनी के टुकडो, संभलो तुम! | + | रोशनी के टुकडो, संभलो तुम ! |
सहानुभूतियों को पहिचानो | सहानुभूतियों को पहिचानो | ||
− | त्रासदी के गुरगो, संभलो तुम! | + | त्रासदी के गुरगो, संभलो तुम ! |
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00:49, 4 जनवरी 2011 के समय का अवतरण
साँसों की गलियो, संभलो तुम,
आशा की कलियो, संभलो तुम !
बगिया में नीरस फूल तथा
कैक्टस हैं अलियो, संभलो तुम !
उन्हें रिझाया कोलाहल ने,
स्नेह की अंजलियो, संभलो तुम !
बुझा न दे तुम्हें कहीं आँसू
रोशनी के टुकडो, संभलो तुम !
सहानुभूतियों को पहिचानो
त्रासदी के गुरगो, संभलो तुम !