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"लाठी में हैं गुण बहुत / गिरिधर" के अवतरणों में अंतर

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लाठी में हैं गुण बहुत, सदा रखिये संग । <बर>
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लाठी में हैं गुण बहुत, सदा रखिये संग । <br />
गहरी नाली खाई जहाँ, तहां बचावे अंग । <बर>
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गहरी नाली खाई जहाँ, तहां बचावे अंग । <br />
 
तहां बचावे अंग,
 
तहां बचावे अंग,

17:32, 9 जनवरी 2011 का अवतरण

लाठी में हैं गुण बहुत, सदा रखिये संग ।
गहरी नाली खाई जहाँ, तहां बचावे अंग ।
तहां बचावे अंग,