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"सतरंगी काया / संजय आचार्य वरुण" के अवतरणों में अंतर

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पीळौ हुलक मूंडौ
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पीळो हुळक मूंडो
काळासी गमायोङा
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बगत सूं पैली
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काळासी गमायोड़ा
 
धोळा केस
 
धोळा केस
चामङी रै मांय सूं
+
चामड़ी रै मांय सूं
झाकौ घालती
+
झाको घालती
हरी टांच नाड्यां
+
हरी टांच नाड़्यां
आंख्या नीचै फ़ेल्योङौ
+
आंख्यां नीचै पसर्योड़ो
बैंगणी अमूजौ
+
बैंगणी अमूजो
 
अर डोळां रै
 
अर डोळां रै
 
आसै-पासै तिरता
 
आसै-पासै तिरता
 
गुलाबी डोरा
 
गुलाबी डोरा
ऐङै-गेङै लैरावंतौ
+
एड़ै-गेड़ै लैरावतो
काळ्मस
+
कळमस
 
म्हैं मानग्यो
 
म्हैं मानग्यो
सांच कैवै है लोग
+
साची कैवै है लोग
के जीवण है
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कै जीवण है-
सतरंगी इंद्ररधनुष.</poem>
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सतरंगी इंदरधनख।
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07:10, 14 मई 2014 के समय का अवतरण

राती हुयोड़ी आंख्यां
पीळो हुळक मूंडो
बगत सूं पैली
काळासी गमायोड़ा
धोळा केस
चामड़ी रै मांय सूं
झाको घालती
हरी टांच नाड़्यां
आंख्यां नीचै पसर्योड़ो
बैंगणी अमूजो
अर डोळां रै
आसै-पासै तिरता
गुलाबी डोरा
एड़ै-गेड़ै लैरावतो
कळमस
म्हैं मानग्यो
साची कैवै है लोग
कै जीवण है-
सतरंगी इंदरधनख।