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"हिन्दी कविता में मुक्तिबोध / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर
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भोजन के वक़्त | भोजन के वक़्त |
19:12, 21 अक्टूबर 2007 का अवतरण
भोजन के वक़्त
गस्सा चबाते हुए
दाँतों के बीच
जैसे महसूस हो किरकिरी
वैसे हैं मुक्तिबोध
हिन्दी कविता में
(1980 में रचित)