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"खोज / अनिल विभाकर" के अवतरणों में अंतर
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देश खो गया | देश खो गया | ||
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राजकुमार बहुत चिंतित हैं | राजकुमार बहुत चिंतित हैं | ||
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वे निकल पड़े हैं देश की खोज में | वे निकल पड़े हैं देश की खोज में | ||
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राजकुमार देश खोज रहे हैं | राजकुमार देश खोज रहे हैं | ||
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मीडिया उनके चेहरे की खूबसूरती | मीडिया उनके चेहरे की खूबसूरती | ||
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राजकुमार ने क्या खोजा इसका मीडिया के पास कोई हिसाब नहीं | राजकुमार ने क्या खोजा इसका मीडिया के पास कोई हिसाब नहीं | ||
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वह तो उन महिलाओं के आंकड़े रख रहा है | वह तो उन महिलाओं के आंकड़े रख रहा है | ||
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जो राजकुमार की खूबसूरती से सम्मोहित हैं | जो राजकुमार की खूबसूरती से सम्मोहित हैं | ||
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मीडिया को इससे भी कोई मतलब नहीं कि राजकुमार ने क्या खोजा | मीडिया को इससे भी कोई मतलब नहीं कि राजकुमार ने क्या खोजा | ||
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वह तो सिर्फ यह जानना चाहता है | वह तो सिर्फ यह जानना चाहता है | ||
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वे कब बंधेंगे दांपत्य सूत्र में | वे कब बंधेंगे दांपत्य सूत्र में | ||
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देश की खोज तो महज बहाना है | देश की खोज तो महज बहाना है | ||
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दरअसल राजकुमार के लिए देश का मतलब है राजसिंहासन | दरअसल राजकुमार के लिए देश का मतलब है राजसिंहासन | ||
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राजकुमार इसीलिए खोज रहे हैं देश</poem> | राजकुमार इसीलिए खोज रहे हैं देश</poem> |
19:43, 24 मई 2011 के समय का अवतरण
देश खो गया
राजकुमार बहुत चिंतित हैं
वे निकल पड़े हैं देश की खोज में
राजकुमार देश खोज रहे हैं
मीडिया उनके चेहरे की खूबसूरती
राजकुमार ने क्या खोजा इसका मीडिया के पास कोई हिसाब नहीं
वह तो उन महिलाओं के आंकड़े रख रहा है
जो राजकुमार की खूबसूरती से सम्मोहित हैं
मीडिया को इससे भी कोई मतलब नहीं कि राजकुमार ने क्या खोजा
वह तो सिर्फ यह जानना चाहता है
वे कब बंधेंगे दांपत्य सूत्र में
देश की खोज तो महज बहाना है
दरअसल राजकुमार के लिए देश का मतलब है राजसिंहासन
राजकुमार इसीलिए खोज रहे हैं देश