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"म्हारी बात / भागीरथसिंह भाग्य" के अवतरणों में अंतर
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भीड़...... भीड़...... भीड़...... | भीड़...... भीड़...... भीड़...... | ||
भीड़ माय चिथ्योडी खुद री छाया नै बचावतो म्हारो मन | भीड़ माय चिथ्योडी खुद री छाया नै बचावतो म्हारो मन |
14:12, 30 दिसम्बर 2017 के समय का अवतरण
“ दिसावर री हांफला भरती जिंगाणी
भीड़...... भीड़...... भीड़......
भीड़ माय चिथ्योडी खुद री छाया नै बचावतो म्हारो मन
जद कई कई दिना तक म्हारे कने नही हुतो
उण वखत
बस ऐ दूहा ही संगी साथी हा ।