भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"मैं वंशी / ठाकुरप्रसाद सिंह" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ठाकुरप्रसाद सिंह |संग्रह=वंशी और मादल / ठाकुरप्रसाद स...) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
मैं वंशी | मैं वंशी | ||
+ | |||
माँ हमारी दूध का तरु | माँ हमारी दूध का तरु |
13:47, 25 सितम्बर 2007 के समय का अवतरण
मैं वंशी
माँ हमारी दूध का तरु
बाप बादल
औ' बहन हर बोल पर
बजती हुई मादल
उतर आ हँसी
कि मैं वंशी