भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"हाइकु / सुधा गुप्ता" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
[[Category:हाइकु]] | [[Category:हाइकु]] | ||
<poem> | <poem> | ||
− | |||
1 | 1 | ||
जोगी वे पत्ते | जोगी वे पत्ते |
17:16, 18 मई 2012 का अवतरण
1
जोगी वे पत्ते
पेड़ों के घर छोड़
निकल पड़े ।
2
प्यार से सेया
पंख आते ही उड़े
खाली है नीड़ ।
3
जपा कुसुम
खिले , दहके , झरे
तुम न फिरे ।
4
कुनमुनाया
बादल के कन्धे पे
उनींदा चाँद ।
5
वर्षा रानी का
सतरंगी दुपट्टा
नभ अटका ।
6
गाल दहके
किशोरी कनेर के
पाँव बहके