भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"होली (हाइकु) / रमा द्विवेदी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 7: | पंक्ति 7: | ||
<poem> | <poem> | ||
− | १- हँसी ठिठोली | + | १- हँसी ठिठोली |
− | चितचोर की होली | + | चितचोर की होली |
− | राधा लजाई । | + | राधा लजाई । |
− | २- गुलाबी ठंड़ | + | २- गुलाबी ठंड़ |
− | रंगों की बरसात | + | रंगों की बरसात |
− | अंगिया भीगी । | + | अंगिया भीगी । |
− | ३- प्रेम का रंग | + | ३- प्रेम का रंग |
− | राधा कान्हा मगन | + | राधा कान्हा मगन |
− | चूनर लाल । | + | चूनर लाल । |
− | ४- उगती धूप | + | ४- उगती धूप |
− | गुनगुनाती धरा | + | गुनगुनाती धरा |
− | आया वसंत । | + | आया वसंत । |
− | ५- अमवा डाल | + | ५- अमवा डाल |
− | कूकती कोयलिया | + | कूकती कोयलिया |
− | प्रिय की प्यास । | + | प्रिय की प्यास । |
− | ६- मन उदास | + | ६- मन उदास |
− | प्रियतम विदेश | + | प्रियतम विदेश |
− | गरजे मेघ । | + | गरजे मेघ । |
− | ७- जिया धड़के | + | ७- जिया धड़के |
− | घन-घन बरसे | + | घन-घन बरसे |
− | पलकें बंद। | + | पलकें बंद। |
− | ८- प्यार की प्यास | + | ८- प्यार की प्यास |
− | दहकता पलाश | + | दहकता पलाश |
− | बसंत साथ । | + | बसंत साथ । |
− | ९- महुआ फूला | + | ९- महुआ फूला |
− | मादक रस- गंध | + | मादक रस- गंध |
− | ॠतु प्यार की। | + | ॠतु प्यार की। |
− | १०- बदरा घिरे | + | १०- बदरा घिरे |
− | अंग-अंग महका | + | अंग-अंग महका |
− | मोर चहका। | + | मोर चहका। |
</poem> | </poem> |
20:44, 10 मई 2012 का अवतरण
१- हँसी ठिठोली
चितचोर की होली
राधा लजाई ।
२- गुलाबी ठंड़
रंगों की बरसात
अंगिया भीगी ।
३- प्रेम का रंग
राधा कान्हा मगन
चूनर लाल ।
४- उगती धूप
गुनगुनाती धरा
आया वसंत ।
५- अमवा डाल
कूकती कोयलिया
प्रिय की प्यास ।
६- मन उदास
प्रियतम विदेश
गरजे मेघ ।
७- जिया धड़के
घन-घन बरसे
पलकें बंद।
८- प्यार की प्यास
दहकता पलाश
बसंत साथ ।
९- महुआ फूला
मादक रस- गंध
ॠतु प्यार की।
१०- बदरा घिरे
अंग-अंग महका
मोर चहका।