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"जीवन / हरी घास पर क्षण भर / अज्ञेय" के अवतरणों में अंतर

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अनुत्तर जगेगी अनिमेष!
 
अनुत्तर जगेगी अनिमेष!
  
'''इलाहाबद, मई, 1949'''
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'''इलाहाबाद, मई, 1949'''
 
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13:02, 6 अगस्त 2012 के समय का अवतरण

यहीं पर
सब हँसी
सब गान होगा शेष :

यहाँ से
एक जिज्ञासा
अनुत्तर जगेगी अनिमेष!

इलाहाबाद, मई, 1949