{{KKShayar}}
====ग़ज़लें====
* [[ बुझते हुए चराग़ फ़रोजाँ करेंगे हम / 'वासिफ़' देहलवी]]* [[हम-सफ़र थम तो सही दिल को सँभालूँ तो चलूँ / 'वासिफ़' देहलवी]]* [[इज़्ज़त उन्हें मिली वही आख़िर बड़े रहे / 'वासिफ़' देहलवी]]* [[खुलने ही लगे उन पर असरार-ए-शबाब आखिर / 'वासिफ़' देहलवी]]* [[किसी के इश्क़ का ये मुस्तक़िल आज़ार क्या कहना / 'वासिफ़' देहलवी]]* [[नहीं मालूम कितने हो चुके हैं इम्तिहाँ अब तक / 'वासिफ़' देहलवी]]* [[नसीम-ए-सुब्ह यूँ ले कर तिरा पैग़ाम आती है / 'वासिफ़' देहलवी]]* [[वो जलवा तूर पर जो दिखाया न जा सका / 'वासिफ़' देहलवी]]* [[वो जिन की लौ से हज़ारों चराग़ जलते थे / 'वासिफ़' देहलवी]]* [[ज़र्रा हरीफ़-ए-महर दरख़्शाँ है आज कल / 'वासिफ़' देहलवी]]