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"थे कत्ली हो / राजूराम बिजारणियां" के अवतरणों में अंतर
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जोऊं ताकड़ी री काण.! | जोऊं ताकड़ी री काण.! | ||
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लिखदयूं आपरै नांव | लिखदयूं आपरै नांव | ||
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20:41, 16 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
बै केवै-
थे कत्ली हो.!
कर देवो कत्ल
नैणां सूं।
नैण...
मारग है
हियै उतरण रो
प्रीत वरण रो.!
नैण...
ताकड़ी है
मोल करण नै
प्रीत पंसेरी
तोल करण नै।
अब थे बोलो-
डरपूं इण मारग सूं
जोऊं ताकड़ी री काण.!
का फेर-
प्रीत रै बैण
मिलाऊं नैण
लिखदयूं आपरै नांव
भळै अेक कत्ल..!!