भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"लुगायां / निशान्त" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) |
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
|संग्रह= | |संग्रह= | ||
}} | }} | ||
− | {{ | + | {{KKCatRajasthaniRachna}} |
{{KKCatKavita}} | {{KKCatKavita}} | ||
<poem> | <poem> |
13:28, 21 अक्टूबर 2013 का अवतरण
इत्ती भाजो-भाज में
याद राखल्यै बै
गीत
जमानै रो इत्तो विस
पी’र ई
बै उबार ल्यै
कंठा में
इत्तो मिठास
सीधी-सादी लुगायां ।