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+ | * [[ये वो सफ़र है जहाँ ख़ूँ-बहा ज़रूरी है / फ़सीह अकमल]] |
22:20, 5 नवम्बर 2013 के समय का अवतरण
फ़सीह अकमल
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जन्म | 1944 |
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जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
फ़सीह अकमल / परिचय |
ग़ज़लें
- चश्म-ए-हैरत को तअल्लुक़ की फ़ज़ा तक ले गया / फ़सीह अकमल
- दे गया लिख कर वो बस इतना जुदा होते हुए / फ़सीह अकमल
- ग़ुबार-ए-तंग-ज़ेहनी सूरत-ए-ख़ंजर निकलता है / फ़सीह अकमल
- जो तू नहीं है तो लगता है अब कि तू क्या है / फ़सीह अकमल
- किसी के सामने इस तरह सुर्ख़-रू होगी / फ़सीह अकमल
- किताबों से न दानिश की फ़रावानी से आया है / फ़सीह अकमल
- कुछ नया करने की ख़्वाहिश में पुराने हो गए / फ़सीह अकमल
- मुद्दत से वो ख़ुशबू-ए-हिना ही नहीं आई / फ़सीह अकमल
- मुनव्वर जिस्म-ओ-जाँ होने लगे हैं / फ़सीह अकमल
- मुज़्तरिब दिल की कहानी और है / फ़सीह अकमल
- प्यार जादू है किसी दिल में उतर जाएगा / फ़सीह अकमल
- ये वो सफ़र है जहाँ ख़ूँ-बहा ज़रूरी है / फ़सीह अकमल