भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सात छोटी कविताएँ / अनातोली परपरा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(New page: {{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=अनातोली पारपरा |संग्रह=माँ की मीठी आवाज़ / अनातोली प...) |
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{KKGlobal}} | {{KKGlobal}} | ||
{{KKAnooditRachna | {{KKAnooditRachna | ||
− | |रचनाकार=अनातोली | + | |रचनाकार=अनातोली परपरा |
|संग्रह=माँ की मीठी आवाज़ / अनातोली परपरा | |संग्रह=माँ की मीठी आवाज़ / अनातोली परपरा | ||
}} | }} |
18:14, 24 जून 2009 का अवतरण
|
1
हे सुन्दरता
आख़िर
इस धरती पर
छोड़ी नहीं तूने अपनी मस्ती
बदमस्ती वह...
2
रात का पतंगा हूँ
अन्धा मैं
तेरी विकट नील आभा से
3
देखो...बर्फ़ वह कपासी
उड़ रही
धरती के संग-साथ
4
पतझड़ में उदास
वह बागीचा
डूबा है आकंठ
बारिश के प्यार में...
5
दुख तो यह है दोस्त !
कि अभिमान होता है पैदा
बुद्धि से पहले...
6
सुनो !
सुन रहे हो तुम
बारिश से डरकर
भाग रहे हैं पेड़...
7
अरे ! यह क्या कह रहे हो
देखो, बुद्धि बड़ख़ूब जानती है
प्यार के बारे में