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"भागवत भगवान की है आरती / आरती" के अवतरणों में अंतर

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   आरती का मुखपृष्ठ

भागवत भगवान की है आरती
पापियों को पाप से है तारती ॥

यह अमर ग्रंथ
यह मुक्ति पंथ
सन्मार्ग दिखाने वाला
बिगड़ी को बनाने वाला ॥

यह सुख करनी
यह दुख हरनी
जगमंगल की है आरती
पापियों को पाप से है तारती ॥