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"पच्चीस / प्रमोद कुमार शर्मा" के अवतरणों में अंतर
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06:47, 4 जुलाई 2014 के समय का अवतरण
ध्यानमगन है सबद
देखै है सातूं गगन
-होÓर मगन।
नित रो ई गीत गावै है
कदै चांद
कदै सूरज नैं
भाखा रै आंगणै बुलावै है
सिळगावै है
-अगन!
देखै है सातूं गगन।