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"उषा-स्तवन-6 / मदन वात्स्यायन" के अवतरणों में अंतर
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सपनों के आँचल वाली ! देवताओं की ईर्ष्या, मनुष्यों की आशा, | सपनों के आँचल वाली ! देवताओं की ईर्ष्या, मनुष्यों की आशा, | ||
राक्षसों की विपत्ति ! अमीरों की अनदेखी, ग़रीबों की मसीहा ! | राक्षसों की विपत्ति ! अमीरों की अनदेखी, ग़रीबों की मसीहा ! |
11:55, 30 सितम्बर 2014 का अवतरण
स्वस्ति, स्वस्ति तेरा आना !
ओ रोशनी की बेटी, आसमान की हरिणी, किरणों
के केश वाली ।
सपनों के आँचल वाली ! देवताओं की ईर्ष्या, मनुष्यों की आशा,
राक्षसों की विपत्ति ! अमीरों की अनदेखी, ग़रीबों की मसीहा !
विद्स्युत-वर्णा ! वीणावादिनी ! शक्तिदा ! सुप्रभा !
स्वस्ति, स्वस्ति तेरा आना !