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"तो / लीलाधर जगूड़ी" के अवतरणों में अंतर

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09:50, 20 जनवरी 2008 का अवतरण

जब उसने कहा

कि अब सोना नहीं मिलेगा

तो मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ा

पर अगर वह कहता

कि अब नमक नहीं मिलेगा

तो शायद मैं रो पड़ता ।