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"पुनरागमन / हेनरिख हायने" के अवतरणों में अंतर

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इतना ही विशुद्ध, दिव्य और आकर्षक ।।
 
इतना ही विशुद्ध, दिव्य और आकर्षक ।।
  
'''मूल जर्मन से अनूदित -- प्रतिभा उपाध्याय'''
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'''मूल जर्मन से अनुवाद -- प्रतिभा उपाध्याय'''
 
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22:09, 19 अक्टूबर 2015 के समय का अवतरण

तुम एक पुष्प की तरह हो
इतनी प्यारी और सुन्दर और अनाघ्रात,
देखता हूँ तुम्हें मैं और उदासी
घर कर जाती है ह्रदय में मेरे ।

मन करता है मेरा कि अपने हाथ
रख दूँ शीश पर तुम्हारे,
प्रार्थना करते हुए कि भगवान् बनाए रखे तुम्हें
इतना ही विशुद्ध, दिव्य और आकर्षक ।।

मूल जर्मन से अनुवाद -- प्रतिभा उपाध्याय