भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"अंगिका" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 5: पंक्ति 5:
 
<div style="display: table-cell; width: 2%;">
 
<div style="display: table-cell; width: 2%;">
 
<div style="display: inline-block; padding: 0 10px; vertical-align: top;">[[चित्र:Dr-amrendra-kavitakosh-100.jpg]]</div>
 
<div style="display: inline-block; padding: 0 10px; vertical-align: top;">[[चित्र:Dr-amrendra-kavitakosh-100.jpg]]</div>
<div style="display: inline-block; ">'''[[अमरेन्द्र]]'''<br>'''सहायक सम्पादक'''<br>अंगिका विभाग<br>[[कविता कोश टीम]]</div>
+
<div style="display: inline-block; ">'''[[अमरेन्द्र|डॉ. अमरेन्द्र]]'''<br>'''सहायक सम्पादक'''<br>अंगिका विभाग<br>[[कविता कोश टीम]]</div>
 
</div>
 
</div>
 
<div style="display: table-cell; width: 2%;">
 
<div style="display: table-cell; width: 2%;">

16:00, 9 मई 2016 का अवतरण

अंगिका भाषा के विकास में रुचि रखने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं से अनुरोध है कि अंगिका कविता कोश के विकास में हमारी सहायता करें
Dr-amrendra-kavitakosh-100.jpg
डॉ. अमरेन्द्र
सहायक सम्पादक
अंगिका विभाग
कविता कोश टीम
Rahul-shivay-kavitakosh-100.jpg
राहुल शिवाय
सहायक सम्पादक
अंगिका विभाग
कविता कोश टीम
अंगिका भाषा
  • नाम: अंगिका को पहले छेका-छिकी, आंगी, छाई-छोऊ, अंगिकार, छेकरी और थेथी नामों से भी जाना जाता था।
  • क्षेत्र: अंगिका मुख्य-रूप से बिहार (जिला अरारिया, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, भागलपुर, सुपौल, बाँका, जमुई, मुंगेर, लखीसराय, बेगूसराय, शेख़पुरा व खगरिया), झारखंड (जिला साहेबगंज, गोडा, देवघर, पाकुर, दुमका, गिरिडीह व जमतारा), पश्चिम बंगाल (जिला मालदा, उत्तरी दिनाजपुर) में बोली जाती है।