"जीवनगीत / रमेश क्षितिज" के अवतरणों में अंतर
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+ | कहाँकहाँ पुग्छ जीवनको बाटो | ||
+ | कहिल्यै तिमीले थाकेँ नभन्नू | ||
+ | सधैँ हाँस्न सिक्नू एक्लै बाँच्न सिक्नू | ||
+ | हारेर गुहार मागेँ नभन्नू | ||
+ | लत्रेर टाढा भागेँ नभन्नू ! | ||
− | + | कठिन छ यात्रा शिखर त्यो टाढा छ | |
− | + | नहिँड्नेहरूलाई पाइलामै बाधा छ | |
− | + | जसले जीउन जान्यो उसकै हो संसार | |
− | + | निरास भएर रोएँ नभन्नू | |
− | + | खुसी बाँड्दै हिँड्नु दुःख छोप्दै हिँड्नू | |
− | + | उदास एक्लो भएँ नभन्नू | |
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− | + | नदीझैँ जीवनको सुख दुःख किनारा | |
− | + | आफैँ हौ सङ्कटको बलियो सहारा | |
− | + | पुछ्नू आँसु आफैँ मुस्काई हिँड्नू | |
+ | यौटै धोकाले टुटेँ नभन्नू | ||
+ | कुल्चिहिँड्नू काँडा नाँघिहिँड्नू पहाड | ||
+ | हिँड्दाहिँड्दै म छुटेँ नभन्नू | ||
− | + | मनभित्र जलाउनु खुसीको दियालो | |
− | + | अनि हेर्नू ससांर कत्ति छ उज्यालो | |
− | + | लडेँ आफैँ उठ्नू साचीँराख्नू आशा | |
− | + | भाग्य यो रहेछ कस्तो नभन्नू | |
+ | शिर उठाई बाँच्नू मूल्य जोगाइराख्नू | ||
+ | सबैको सामुन्ने सस्तो नबन्नू ! | ||
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20:46, 25 सितम्बर 2016 का अवतरण
कहाँकहाँ पुग्छ जीवनको बाटो
कहिल्यै तिमीले थाकेँ नभन्नू
सधैँ हाँस्न सिक्नू एक्लै बाँच्न सिक्नू
हारेर गुहार मागेँ नभन्नू
लत्रेर टाढा भागेँ नभन्नू !
कठिन छ यात्रा शिखर त्यो टाढा छ
नहिँड्नेहरूलाई पाइलामै बाधा छ
जसले जीउन जान्यो उसकै हो संसार
निरास भएर रोएँ नभन्नू
खुसी बाँड्दै हिँड्नु दुःख छोप्दै हिँड्नू
उदास एक्लो भएँ नभन्नू
नदीझैँ जीवनको सुख दुःख किनारा
आफैँ हौ सङ्कटको बलियो सहारा
पुछ्नू आँसु आफैँ मुस्काई हिँड्नू
यौटै धोकाले टुटेँ नभन्नू
कुल्चिहिँड्नू काँडा नाँघिहिँड्नू पहाड
हिँड्दाहिँड्दै म छुटेँ नभन्नू
मनभित्र जलाउनु खुसीको दियालो
अनि हेर्नू ससांर कत्ति छ उज्यालो
लडेँ आफैँ उठ्नू साचीँराख्नू आशा
भाग्य यो रहेछ कस्तो नभन्नू
शिर उठाई बाँच्नू मूल्य जोगाइराख्नू
सबैको सामुन्ने सस्तो नबन्नू !