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"मौसम, मंगलवार / गिरधर राठी" के अवतरणों में अंतर

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06:52, 17 जून 2009 का अवतरण

आज बूंदा-बांदी हुई है जगह-जगह;

आसपास कहीं गाज भी गिरी है;

हालाँकि ज़्यादातर हलक़ों में ख़ुश्की है

मगर कुछेक रुंधे भी हैं;

कल की ही तरह कल भी

कहीं भी बग़ूले उठ सकते हैं,

ज़रूरी नहीं कि सिर्फ़ शहरों में ।


एहतियात बरतें, बाहर न निकलें;

और अगर निकल ही पड़ें--

नज़र रखें दोग़ले आसमान पर