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"शांत सरोवर का उर / सुमित्रानंदन पंत" के अवतरणों में अंतर
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(फरवरी,1932) | (फरवरी,1932) | ||
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12:39, 13 अक्टूबर 2009 का अवतरण
शांत सरोवर का उर
किस इच्छ के लहरा कर
हो उठता चंचल, चंचल !
सोये वीणा के सुर
क्यों मधुर स्पर्श से मरमर्
बज उठते प्रतिपल, प्रतिपल !
आशा के लघु अंकुर
किस सुख से पर फड़का कर
फैलाते नव दल पर दल !
मानव का मन निष्ठुर
सहसा आँसू में झर-झर
क्यों जाता पिघल-पिघल गल !
मैं चिर उत्कंठातुर
जगती के अखिल चराचर
यों मौन-मुग्ध किसके बल !
(फरवरी,1932)