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"तुरपाई करती लुगाई / मदन गोपाल लढ़ा" के अवतरणों में अंतर

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कै उणरो पाणी  
 
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पीवण जोगो ई नीं रैवै।
 
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परसेवै सूं हळाडोब
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बा लुगाई ई बचा सकै
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धरती नैं आखै संकटां सूं
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जकी तुरपाई कर रैयी है
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आपरै घर रै आंगणै।
  
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तुरपाई करती लुगाई
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जीवण रै पख में
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अेक लूंठो सत्याग्रह है।
 
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17:54, 9 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

कोई उल्का पिंड
अंतरिख में भंवतो
नीं आय जावै
धरती री फेरी में
कै अटक जावै
जूण री सांस।

आजोन-चादर रा तीणां
इत्ता चवड़ा नीं हुय जावै
कै सूक जावै-
लीली कूंपळां।

सूरज री किरणां
उजियारो पसरावतां
इत्ती आकरी नीं पड़ जावै
कै लाय लाग जावै रिंधरोही रै।

किणी दुखियारै रै
आंसुवां सूं
खारी नीं पड़ जावै
कोई नदी
कै उणरो पाणी
पीवण जोगो ई नीं रैवै।
परसेवै सूं हळाडोब
बा लुगाई ई बचा सकै
धरती नैं आखै संकटां सूं
जकी तुरपाई कर रैयी है
आपरै घर रै आंगणै।

तुरपाई करती लुगाई
जीवण रै पख में
अेक लूंठो सत्याग्रह है।